भारत समेत 28 देशों ने AI से जुड़े जोखिमों पर अंतरराष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए

भारत समेत 28 देशों ने एआई से जुड़े जोखिमों पर अंतरराष्ट्रीय समझौते पर हस्ताक्षर किए

भारत समेत 28 देशों और यूरोपीय संघ ने यूनाइटेड किंगडम में एक बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स से जुड़े जोखिमों का आकलन करने के लिए मिलकर काम करने का वचन देते हुए एक घोषणा पर हस्ताक्षर किए।

इस बैठक में प्रतिनिधित्व करने वाले जो देश शामिल थे उनमें ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चिली, चीन, फ़्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, आयरलैंड, इज़राइल, इटली, जापान, केन्या, सऊदी, अरब, नीदरलैंड, नाइजीरिया, फिलीपींस, कोरिया गणराज्य, रवांडा , सिंगापुर, स्पेन, स्विट्जरलैंड, तुर्की, यूक्रेन, संयुक्त अरब अमीरात, ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैंड का यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ थे।

इस घोषणा को "बैलेचले पार्क घोषणा" कहा जाता है। इस घोषणा में AI से जुड़े संभावित जोखिमों की पहचान करने और उन्हें कम करने के लिए मिलकर काम करने का वादा किया गया है। इन जोखिमों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • भेदभाव: एआई सिस्टम भेदभावपूर्ण हो सकते हैं, जिससे कुछ समूहों के लिए नुकसान हो सकता है।
  • असमानता: एआई सिस्टम का उपयोग असमानता को बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है।
  • सुरक्षा: एआई सिस्टम का उपयोग नुकसान या विनाश के लिए किया जा सकता है।
  • नैतिकता: एआई सिस्टम का उपयोग नैतिक रूप से गलत तरीके से किया जा सकता है।

इसके अलावा, इस घोषणा में एआई सिस्टम के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग को बढ़ावा देने का भी आह्वान किया गया है। इसके लिए निम्नलिखित उपायों पर विचार किया जा सकता है:

  • एआई सिस्टम के विकास और उपयोग के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश विकसित करना।
  • एआई सिस्टम की सुरक्षा और नैतिकता को सुनिश्चित करने के लिए तंत्र विकसित करना।
  • एआई सिस्टम के उपयोग के बारे में जनता को जागरूक करना।

निष्कर्ष:

बैलेचले पार्क घोषणा एआई से जुड़े जोखिमों को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस घोषणा से AI सिस्टम के विकास और उपयोग में अधिक जिम्मेदारी और नैतिकता की उम्मीद की जा सकती है।

टैग: एआई, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, AI सुरक्षा, AI जोखिम, भारत, 28 देश, यूरोपीय संघ, बैलेचले पार्क घोषणा,

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