वंदना कटारिया ने रचा इतिहास, 300 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनीं

वंदना कटारिया
भारत की महिला हॉकी टीम की फॉरवर्ड खिलाड़ी वंदना कटारिया ने जापान के खिलाफ मौजूदा महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2023 में भारत के मैच के दौरान 300 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया है। इस उपलब्धि के साथ ही वंदना भारत की पहली महिला खिलाड़ी भी बन गई हैं जिन्होंने किसी भी खेल में 300 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं।

वंदना कटारिया का करियर

वंदना कटारिया का जन्म 15 जनवरी 1992 को उत्तराखंड के रोशनाबाद में हुआ था। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2011 में 19 साल की उम्र में की थी। वंदना ने अपने करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। वह 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा थीं। उन्होंने 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थीं। वंदना 2020 टोक्यो ओलंपिक में भी भारतीय टीम की सदस्य थीं।

वंदना कटारिया की उपलब्धि का महत्व

वंदना कटारिया की यह उपलब्धि भारत के लिए काफी गर्व की बात है। उनकी यह उपलब्धि भारत में महिला खेलों को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी। वंदना कटारिया युवा महिला खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी यह उपलब्धि युवा महिला खिलाड़ियों को यह विश्वास दिलाएगी कि वे किसी भी खेल में अपना नाम बना सकती हैं।

वंदना कटारिया के भविष्य के लक्ष्य

वंदना कटारिया ने कहा है कि वह भारत के लिए और पदक जीतना चाहती हैं। वह 2024 पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा बनना चाहती हैं। वंदना ने कहा है कि वह भारतीय महिला हॉकी टीम को दुनिया की नंबर एक टीम बनाने में अपना योगदान देना चाहती हैं।

निष्कर्ष:

वंदना कटारिया भारत की एक महान हॉकी खिलाड़ी
हैं। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से भारतीय महिला हॉकी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। वंदना कटारिया युवा महिला खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा हैं। उनकी यह उपलब्धि भारत में महिला खेलों को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगी।

Tags: वंदना कटारिया, भारतीय महिला हॉकी, 300 अंतरराष्ट्रीय मैच, इतिहास, उपलब्धि, महत्व, भविष्य के लक्ष्य.

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